मच्छरों के काटने से तो आप सब परेशान रहते ही होंगे और मच्छरों पर आपको उस वक्त गुस्सा भी बहुत आता होगा लेकिन शायद आप यह नहीं जानते होंगे कि हमें नर मच्छर नहीं बल्कि सिर्फ मादा मच्छर ही काटती है और वही हमारे कानों के आसपास भिनभिनाती है। अब आप यह जरूर जानना चाहेंगे कि मादा मच्छर ही हमें क्यों काटती है? क्या मादा मच्छर को मनुष्यों का रक्त इतना स्वादिष्ट लगता है या फिर वो मानव के रक्त पर ही निर्भर रहती है? वास्तव में ऐसा कुछ नहीं है बल्कि नर की ही तरह मादा के मुख्य पौष्टिक आहार का स्रोत भी फलों का रस ही होता है किन्तु जब मादामच्छर का अंडे देने का समय नजदीक आता है तब उसे अपने अंडों को विटामिन्स की पूर्ति करने के लिए रक्त की आवश्यकता होती है। चूंकि रक्त में काफी मात्रा में विटामिन होते हैं इसलिए मादा मच्छर गर्भावस्था में विटामिन्स की पूर्ति के लिए रक्त पर निर्भर रहती है। एक बार रक्त चूसकर वह उसे सुरक्षित रखती है और अंडों का एक ही समूह उत्पन्न करती है। इस प्रकार वह जब भी कभी रक्त चूसती है तो अंडों का एक समूह उत्पन्न करती है। नर मच्छर का जीवनकाल सिर्फ 8-9 दिन का होता है जबकि मादा मच्छर का जीवनकाल करीब एक 1 महीने का होता है।
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